जीएलए विश्वविद्यालय के छात्र ने फांसी के फन्दंे पर झूलकर की आत्म हत्या। एक यक्ष प्रश्न, आखिर प्रतिवर्ष क्यों मौत को गले लगा रहे संस्थान के छात्र
जीएलए विश्वविद्यालय के छात्र ने अपने कमरें में फांसी के फंदे पर झूल कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। बताया जा रहा है कि जनपद हाथरस के दरियापुर निवासी 23 वर्षीय छात्र प्रदीप जीएलए विश्वविद्यालय में बीटेक द्वितीय वर्ष का छात्र था। छात्र प्रदीप आज गुरूवार को परीक्षा देने के लिये विश्वविद्याल गया था जहां परिक्षा समाप्त होने से पहले ही वह अपने कमरे पर लौट आया। जब छात्र का रूम मेट अपनी परिक्षा समाप्त कर कमरें पर आया तो कमरे का दरबाजा अन्दर से बन्द देखकर मकान मालिक को सूचित किया। कमरें के बाहर से छांकने पर लोगांे ने देखा तो छात्र का शब फंदे पर झूल रहा था। घटना की सूचना पर पहुची पुलिस ने शब को बिना परिजनों के आये पोस्टमार्टम गृह पर भेज दिया। लोगों मे इस बात की खासी चर्चा है कि पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रशासन के दबाब में ऐसा क्यों किया। लोगों में इस बात की भी खासी चर्चा है कि जीएलए विश्वविद्यालय में प्रतिवर्ष कोई न कोई छात्र आत्महत्या कर लेता है। आखिर इसके पीछे वजह क्या है संस्थान को इस बारें में विचार विमर्श करना चाहिए।