लखीमपुर खीरी हिंसा किसानों का आरोप, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किया गया खेल, शव का अंतिम संस्कार से किया इंकार
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया की हिंसक घटना में मारे गए किसानों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खेल करने का आरोप लगाते हुए परिजन ने युवक लवप्रीत सिंह का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। मामले की खबर लगते ही भाकियू नेता राकेश टिकैत मंगलवार को वापस लखीमपुर लौटे और मझगईं के चौखड़ा फार्म में जाकर लवप्रीत सिंह के परिजन से मुलाकात की है। फिलहाल अभी परिजन के साथ उनकी बंद कमरे में वार्ता हो रही है।
जिले के चौखड़ा फार्म निवासी किसान लवप्रीत सिंह का शव पोस्टमार्टम के बाद शाम को उसके घर पहुंच गया था। मंगलवार को सुबह 10 बजे उसका अंतिम संस्कार होना था। लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का पता चला तो किसानों में गुस्सा भड़क उठा।
किसानों का आरोप है कि नानपारा बहराइच के किसान गुरविंदर सिंह की मौत गोली लगने से हुई थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने का जिक्र भी नहीं किया गया है। किसानों का आरोप है कि कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को बचाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लीपापोती की गई है।
अब किसानों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया, कहा कि जब तक सही पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आती तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इसके साथ ही खीरी और बहराइच जिले में सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है।
शव का अंतिम संस्कार रोके जाने की सूचना मिलते ही डीएम डॉ अरविंद कुमार चौरसिया, आईपीएस अधिकारी, अजय शर्मा, कई सीओ, कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गए।
उधर किसान नेता सीएम सिंह, पंजाब के किसान नेता रूला सिंह मानसा, कांग्रेस नेता सैफ अली नकवी, पूर्व एमएलसी आरएस कुशवाहा, राम नरेश यादव, अनिता यादव और भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अजित सिंह मौके पर पहुंच चुके हैं।