ब्रेकिंग न्यूज़मथुरा

भयौ देश आजाद,मगन हो बोलें मोर अटरिया पै- डॉ. सीमा मोरवाल

आज़ादी का अमृत महोत्सव श्रृंखला के अंतर्गत संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में आयोजन

trinetra
Sudhir-Shukla-ji-1
pooran-singh
bharat-singh-pradhan
op-shukla
mool-chand-pradhan-ji-scaled
jitendra-sing

 

वृन्दावन। संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश (लखनऊ) द्वारा स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में

चौरी-चौरा शताब्दी समारोह एवं आज़ादी का अमृत महोत्सव शृंखला के अन्तर्गत स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में वृन्दावन शोध-संस्थान के प्रेक्षाग्रह में देश के अमर शहीदों के सम्मान में ‘ब्रज लोकगीतों में स्वतंत्रता के मुखरित स्वर’ विषयक ऑनलाइन वेबिनार आयोजित किया गया।

 

मुख्य वक्ता डॉ. सीमा मोरवाल ने स्वतंत्रता आंदोलन के समय जनमानस में गाये जाने वाले लोकगीतों में स्वतंत्रता आंदोलन को प्रोत्साहन देने वाले लोक गीतों-

” अरी बहना भारत में फिरंगी डाकू धसि गये, जिनने डारिए लूट मचाय।”

 

“फिरंगी लूट गयौ रे हाथरस के बाज़ार में।”

 

” गांधी बाबा ने चलाई आँधी घोर, फिरंगी भारत छोड़ो ”

 

भयौ देश आजाद,मगन हो बोलें मोर अटरिया पै” ,

आदि की विस्तृत चर्चा करते हुए स्वतंत्रता की बलिवेदी पर अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले अमर शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया।

इस अवसर पर वृन्दावन शोध संस्थान के निदेशक श्री सतीश चन्द दीक्षित, सचिव-प्रवीण गुप्ता (अलीगढ़),राज्यपाल द्वारा अकादमी सम्मान से पुरस्कृत विरिष्ठ लोककलाविद डॉ. खेमचन्द यदुवँशी, शिक्षाविद शेशेन्द्र कुमार (हरिद्वार),एडवोकेट सुरेश सिंह राठौर (बरेली),सुशीला गुप्ता (अलीगढ़) प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

आयोजन में विष्णु दान शुक्ला, सुकुमार गोस्वामी,जुगल किशोर शर्मा, ममता गौतम, रेखा रानी, प्रगति शर्मा का सहयोग सराहनीय रहा।

 

वेबिनार का संचालन डॉ. राजेश शर्मा द्वारा किया तथा प्रशाशनिक अधिकारी रजत शुक्ला ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

trinetra
Sudhir-Shukla-ji-1
pooran-singh
bharat-singh-pradhan
op-shukla
mool-chand-pradhan-ji-scaled
jitendra-sing

Related Articles

Back to top button
Close
Close