
राम मन्दिर के लिये जमीन खरीदने में हुए घोटाले के अरोपों में चम्पतराय बुरी तरह से फंस गये है। कहा जा रहा है कि 2 करोड की जमीन साढे 18 करोड मे खरीदी गयी है। हांलांकि इस पर सफाई ये दी जा रही है कि उस जमीन का ऐग्रीमेंट 2 वर्ष पूर्व अंसारी व तिवारी के नाम से था उन्ही से उन्होने वो जमीन खरीदी है। 2 वर्ष पूव के रेटों में ओर आज के रेटों मे अन्तर होने की वजह से ज्यादा कीमत में वह जमीन खरीदी गयी है। जबकि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य व यूपी प्रभारी संजय सिंह का कहना है कि उस जमीन के आस पास आज भी उसी रेट में जमीने मिल रही है। यह एक खेल है जो चम्पत राय ने जनता के पैसे को लूटने के लिये खेला है जिसमें गवाह भी बरावर के हिस्से दार है। सारी चीजे खुलकर सामने आ गयी है। जबाब देना भी मुष्किल हो रहा है।