
बसपा के नो पार्टी विधायकों ने अपने बगावती तेवर दिखा दिये है आज गुरूवार को बागी नो विधायको ने विधान सभा अध्यक्ष से मिलकर सदन मे अलग जगह बैठने की मांग की है। नो बागी विधायकों का कहना है कि वे पार्टी मुखिया मायावती की कार्यप्रणाली से असन्तुष्ट है इस लिये यह निर्णय लिया गया है। वही राजनेतिक गलियारों मे चर्चा है कि विधान परिषद के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर यह उठा पटक हुई । विधान परिषद मे सपा का बहुमत होने के कारण इसी माह होने वाले विधान परिषद अध्यक्ष के चुनाव में सपा का विधान परिषद अध्यक्ष चुने जाने की प्रबल सम्भावना थी। भाजपा इस टूट का लाभ लेना चाहती थी। लेकिन उससे पहले सपा ने खेल कर दिया। सम्भावना व्यक्त की जा रही है कि आज बागी सभी नो विधायक बसपा की प्राथमिक सदस्यता से स्तीफा देकर सपा जाॅइन कर लेंगे। बहरहाल यह तो तय है कि पूरा खेल विधान परिषद के अध्यक्ष पद के चलते यह पूरा खेल खेला गया है। मायावती अपने आप को ठगा महसूस कर रही है। नो बागीयों के चले जाने के बाद बसपा के विधायकों की संख्या मात्र 6 रह जायेगी।