केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ देश की राजधानी दिल्ली सहित अलग-अलग जिलों में ट्रैक्टर रैलियों का आयोजन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ट्रैक्टर रैलियां निकाली गईं। हालांकि, कई जिलों में रैली निकाल रहे पूर्व मंत्रियों व विधायकों को नजर बंद कर दिया गया।
प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि अभी तक कहीं भी हिंसा या अव्यवस्था की कोई खबर नहीं है। हमारे अधिकारी किसान नेताओं के लगातार संपर्क में हैं। कहीं भी अशांति नहीं है।
बता दें कि दिल्ली में तीन मार्गों पर रैली निकाल रहे किसानों की कई जगह पुलिस से झड़प हो गई। जिससे पुलिस को बल प्रयोग कर आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
बहराइच में ट्रैक्टर रैली निकालने का प्रयास कर रहे पूर्व मंत्री और मटेरा विधायक यासर शाह को पुलिस ने रास्ते से वापस कर घर में नजरबंद कर दिया है। उधर सोहरवा के निकट ही सपा जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव, अब्दुल मन्नान, जफर उल्ला खाँ बंटी, प्रमोद सिंह जादौन समेत अन्य नेताओं को पुलिस ने रैली निकालने से रोक दिया। जिस पर सभी ने नारेबाजी शुरू कर दी।
प्रशासन ने सुरक्षा के लिए जगह-जगह फोर्स तैनात कर दी है जिससे कि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली निकाल रहे सपा विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा को पुलिस प्रशासन जिला पंचायत हाउस में रोका। समाजवादी पार्टी के सेवत विधायक महेंद्र सिंह झीन बाबू, प्रदेश छात्र सभा के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष डॉक्टर सफीक खान, किसान यूनियन के नंदकिशोर वर्मा रामाधार वर्मा मोहम्मद अनस सहित 3 दर्जन से लोगों और ट्रैक्टरों को प्रशासन ने रोका है। इस दौरान उपजिलाधिकारी सुरेश कुमार पुलिस, क्षेत्राधिकारी रविशंकर प्रसाद, कोतवाल अनिल पांडेय मौजूद रहे।
सपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर उन्हें वहां से तितर-बितर कर दिया। सपा कार्यकर्ता गोमती नगर विस्तार सदर तहसील में प्रदर्शन कर रहे थे।
गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड को देखते हुए कई जगह बैरीकेडिंग करते हुए पुलिसकर्मियों की तैनाती भी की गई है।