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शंकर सेठ की गिरफ्तारी, फिर बेल। प्रशासन खेलता रहा नूरा कुश्ती का खेल?

मथुरा। बहुत चर्चित डालमिया फार्म हाउस में 300 से अधिक पेडों के अवैध कटान मामले में सोमवार को देर शाम शंकर सेठ को गिरफ्तार कर लिया व आज मंगलवा को उसे बेल भी मिल गयी। ऐसा काह जा रहा है कि यह मथुरा प्रशासन का नूरा कुश्ती का खेल था। आधकारिक तौर पर तीन विभागों ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गयीं थी जिसमें पहली एफआईआर वनविभाग के जेई अमित तिवारी द्वारा कराई गयी। दूसरी एफआईआर बिजली विभाग के जेई शैलेन्द्र कुमार के द्वारा व तीसरी एफआईआर मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण के जे ई विमल कुमार के द्वारा कराई गयी।
बडे आश्चर्य की बात है कि उक्त तीनो एफआईआर में केवल बिजली विभाग के द्वारा कराई गई एफआईआर में ही शंकर सेठ का नाम था। मीडिया व ब्रजवासीयों के दबाब को देखते हुए शंकर सेठ की गिरफतारी कर ली गयी जिससे कि मामला शांत हो जाय व आज उसे जमानत भी मिल गयी।

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कानून के जानकारों का कहन है कि सरकारी वकील ने शायद जमानत का विरोध नही किया गया होगा व सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुचाने में खडे खडे जमानत मिलना मुश्किल था।
महन्त मधुमंगल शुक्ला ने इस में मामले में एनजीटी कोर्ट में कल इस कृत्य के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होन जानकारी देते हुए बताया कि वृन्दावन की पहचान उसकी लता पता ओर वृक्ष हैं। जिन्हे डालमिया फार्म हाउस में करीब300 से अधिक वृक्षों को निर्मम तरीके से काट दिया इस कारण से सैकडों की संख्या में वन्य जीव भी हताहत हुए व मारे गये है। वास्तव मे वह जमीन आश्रम की भूमि है जिसे अर्थपिशाचनों पलॉट बेचने के उददेश्य से खरीद कर बेरहमी से संत स्वरूप वृक्षों का कटान कर दिया है।

शंकर सेठ के खिलाफ आज की कार्रवाही को उन्होने छलावा कहा है। महंत मधु मंगल शुक्ला ने इस बारे में कहा कि प्रशासन को इस बात की भनक लग गयी थी कि वृन्दावन वासी एनजीटी कोर्ट में जा रहे है। एनजीटी कोर्ट जब मथुरा प्रशासन से सवाल जबाब करेगा तो उनके पास कोई जबाब नही होगा। एनजीटी कोर्ट की कार्रवाही से बचने लिए मथुरा प्रशासन ने यह खेल खेला है।

कौन है मथुरा के वे 5 प्रसिद्व व्यापारी जिन्होने 150 करोड के मुनाफे में हवा मे ही बेच दी यह जमीन श्ंाकर सेठ को।
आखिर किसकी थी ये जमीन, डालमिया व धानुका परिवार तक कैसे पहुची?
क्या अवैध रूप से बिक्री हुई थी यह जमीन डालमिया व धानुका परिवार को?
आखिर क्यों है शुरू से ही यह जमीन विवादित?
मुगलों से क्या सम्बन्ध है इस जमीन का?
डालमिया परिवार के खरीदने के बाद आखिर किसने कराया था भूमि पूजन?
इन सारे सवालों को जानने के लिये देखिये हमारी विशेष रिपोर्ट -2

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