गलती से कथावाचक का किया अपहरण, भूल का अहसास होने पर छोड़ भागे, पुलिस मामले की जांच में जुटी।

वृंदावन परिचित से मिलने आ रहे भागवत कथावाचक का बदमाशों ने बीच रास्ते से अपहरण कर लिया। कुछ देर बाद जब बदमाशों को पता चला कि किसी गलत व्यक्ति का अपहरण कर लाए हैं तो वे भागवताचार्य को राया के पास छोड़ गए।
अलीगढ़ के थाना इगलास के मोहकमपुर निवासी विपिन कुमार भागवत कथा करते हैं। गुरुवार की सुबह वह अपनी गाडी से पानीगांव निवासी सहयोगी चंदन के साथ वृंदावन आ रहे थे। जैसे ही वह पानीगांव के एक ढाबा के पास पहुंचे तभी गाड़ी में आए चार-पांच बदमाशों ने उनकी गाड़ी को रुकवा लिया। कहा कि कथा के बारे में कुछ बात करनी है और गाड़ी में बैठाकर ले गए।
इस दौरान अपहरणकर्ताओं ने मोबाइल नंबर व पर्स आदि छीन लिए व मोबाइल पानीगांव के पास फेंक दिया और सादाबाद की ओर चल दिए। गाड़ी में खींचतान में विपिन का कुर्ता भी फट गया। बदमाशों ने विपिन के बड़े भाई को फोन कर सादाबाद मिलने को बुलाया। इस दौरान प्रयागराज में रह रहीं विपिन की पत्नी क्षेम्या को पति के अपहरण की जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों को फोन कर दिया।
पुलिस की टीम विपिन की खोजबीन में लग गईं। इसी बीच रास्ते में बदमाशों को अहसास हुआ कि वह गलत व्यक्ति का अपहरण कर लाए हैं तो वह उल्टे लौट गए। बदमाशों ने पहले विपिन को राया के बाजार से नया कुर्ता दिलाया और उनका पर्स लौटाकर गलती को स्वीकार किया। विपिन की पत्नी क्षेम्या राजौरिया ने पुलिस को तहरीर दी है। एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि मामला गंभीर है, किसका अपहरण होना था और अपहरणकर्ता कौन थे, इसकी जानकारी की जा रही है।
भागवत प्रवक्ता के अपहरण के बाद बदमाशों ने उनका मोबाइल पानीगांव के पास खेत में फेंक दिया। बार-बार घंटी बजने पर वहां से गुजर रहे नीरज नामक युवक ने मोबाइल को उठा लिया। नीरज ने बताया कि विपिन के परिचितों के कॉल आने पर उन्होंने मोबाइल उनके पास होने की जानकारी दी है।