औरों के लिये षड्यंत्र का चक्रव्यूह रचने वाले संत हुए षड्यंत्र का शिकार, चतुष्सम्प्रदाय के पूर्व महंत फूलडोल महाराज के व्हाट्सअप नम्बर से अश्लील फोटो वायरल, सोशल मीडिया पर हुए ट्रोल।
एक कहावत है जो औरों के लिये षड्यंत्र की कब्र खोदते हैं कोई उनकी भी कब्र खोद देता है।
चतुष्सम्प्रदाय के पूर्व महंत फूलडोल महाराज ने संत बनाम विनीत नारायण मामले में वृन्दावन के अन्य संत , महंत , कथाकारों से धोखे से हस्ताक्षर कराकर एक शिकायती पत्र संघ के उच्च पदाधिकारी। चम्पत राय को दिया था, जिसे देश के गृहमंत्री अमित शाह को देकर वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण के खिलाफ कानूनी कार्रवाही कराई जा सके।
आज वैसा ही षड्यंत्र चतुष्सम्प्रदाय के पूर्व महंत फूलडोल महाराज के साथ हो गया।
कहा जा रहा है कि चैतन्य कुटी वृन्दावन में रह रहे राधा मोहन दास परमहंस का नग्न फ़ोटो विभिन्न मुद्राओं में लेकर वृन्दावन के सैकड़ों लोगों के व्हाट्सप्प नम्बरों पर वायरल कर दिये।
बुधवार की रात्रि 9 बजे से 10 बजे के बीच मे अलग अलग मुद्राओं में 4 फ़ोटो डाले गए।
जिनके पास यह फोटो पहुंचे वे एक प्रसिद्ध संत के नम्बर से हुई इस हरकत को देखकर सन्न रह गए।
बताया जा रहा है कि यह अश्लील मैसेज कुछ महिलाओं पर भी पहुंचे।
यह मामला जब वरिष्ठ समाजसेविका डॉ लक्ष्मी गौतम के संज्ञान में आया तो उन्होंने इसे सोशल मीडिया पर अनुचित ठहराते हुए पोस्ट डाल दी।
जिसने भी सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को देखा तो लोग सामूहिक रूप से संतों को ट्रोल करने लगे।
गुरुवार की शाम को 4 बजे फूलडोल महाराज के व्हाट्सप्प नम्बर से राधा मोहन दास परमहंस का माफी मांगते हुए एक वीडियो वायरल किया गया जिसमें वो मूर्खतापूर्ण ढंग से कह रहे हैं जिन्हें वो फ़ोटो बुरे लगे हों उनसे मैं माफी मांगता हूं। शायद वो ये उम्मीद कर रहे थे कि किसी को तो फ़ोटो अच्छे भी लगे होंगे।
उन संत महोदय की बेशर्मी तो देखिये वो वायरल वीडियो में कह रहे हैं कि किसी बच्चे ने खींच के व्हाट्सअप पर गलती से डाल दिये हैं जबकि फ़ोटो विभिन्न मुद्राओं में खींचे गये हैं जो राधा मोहन दास ने जानबूझ कर खिंचवाए है।
यह वीडियो गुरु शिष्य सम्बन्धों पर भी प्रकाश डालता है कि आश्रम में गुरु शिष्य सम्बन्ध कितने गहरे और अंतरंग है।
मामला धर्म नगरी में चर्चा का विषय बना हुआ है।