मथुरा के कोसीकलां क्षेत्र में पैगांव प्रधान रामवीर सिंह की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता भाजपा प्रत्याशी व कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण का समर्थक निकला। हत्या से पहले और बाद में भाजपा प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में मुख्य साजिशकर्ता पूरी शिद्दत से जुटा दिखा। इतना ही नहीं पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचकर पीड़ित परिजनों से सहानुभूति जताने में सबसे आगे रहा। आरोपी की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने से हर कोई हैरत में है।
शनिधाम कोकिलावन में 29 जनवरी की सुबह भाजपा प्रत्याशी के प्रस्तावक और पैगांव प्रधान रामवीर सिंह की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। इससे आसपास के गुस्साए ग्रामीण सड़क पर उतरे और जाम तक लगा दिया था। हालांकि पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने समझाकर मामले को संभाल लिया। पुलिस ने दो शूटर और तीन साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। इसमें मुख्य साजिशकर्ता अमोल उर्फ अनमोल का वीडियो और फोटो वायरल हो रहे हैं। वह भाजपा प्रत्याशी चौधरी लक्ष्मीनारायण के समर्थन में प्रचार में जोर-शोर से जुटा रहा। यह वीडियो और फोटो हत्याकांड से पहले और बाद के बताए जा रहे हैं।
अमोल ने दिखाई सहानुभूति, पुलिस की आंखों में धूल झोंकने का किया प्रयास
प्रधान रामवीर सिंह की हत्या के बाद मुख्य साजिशकर्ता ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। पोस्टमार्टम हाउस से लेकर प्रधान के घर तक अमोल पूरी सहानुभूति दिखाता रहा। जब उसे शक हुआ तो फिर वह अपना मोबाइल बंद करके फरार हो गया। हालांकि पहले ही दिन से पुलिस को अमोल पर शक था, लेकिन पुलिस उस पर हाथ डालने से पहले शूटरों को पकड़ने में जुट गई। शूटरों के हत्थे चढ़ते ही देर न करते हुए पुलिस ने अमोल को भी उठा लिया। आमना-सामना हुआ तो फिर हकीकत से पर्दा हट गया। अमोल ने प्रधान रामवीर सिंह की हत्या का ताना-बाना बुना था।
फेसबुक पर की पोस्ट, बताया खुद को भावी प्रधान
मुख्य साजिशकर्ता अमोल ने प्रधान रामवीर सिंह की हत्या से पहले फेसबुक पर एक पोस्ट की थी। इसमें उसने अपने को पैगांव का भावी प्रधान बताया। पुलिस के लिए भी यह काफी मददगार साबित हुआ।
फरार शूटर की तलाश में पुलिस दे रही दबिश
फरार शूटर सनी उर्फ डमरू की तलाश में पुलिस की एक टीम दबिश दे रही है। हालांकि पुलिस के हत्थे वह नहीं चढ़ सका है। पुलिस दावा कर रही है कि जल्द ही शूटर भी पुलिस की गिरफ्त में होगा। एसपी देहात श्रीशचंद ने बताया कि जल्द ही फरार शूटर को पकड़ लिया जाएगा।
12 साल का बच्चा बना मददगार
पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना के बाद पुलिस की एक टीम आसपास के सीसीटीवी फुटेज की तलाश में जुटी। एक पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी के फुटेज देखे तो पता चला कि एक अपाचे बाइक पर तीन लोग सवार होकर तेजी से जाते दिखे। आगे चलकर पुलिस की टीम कामां पहुंची तो वही बाइक खड़ी मिल गई। पुलिस ने वहां आसपास पूछताछ की तो एक 12 साल के बालक ने बताया कि बाइक पर एक तगड़ा सा व्यक्ति था, जिसके हाथ में दिक्कत थी। वहीं से पुलिस को साक्ष्य मिलने शुरू हुए और कड़ी जोड़ने हुए घटना का खुलासा किया गया।