संतों का पत्रकार विनीत नारायण पर पलटवार, एनजीटी 2020 के आदेश का हवाला देते हुए विनीत नारायण के खिलाफ केन्द्रीय जांच एजेंसी से जांच कराने की मांग।
द ब्रज फ़ाउंडेशन ने किया संतों की माँग का समर्थन

संतों का पत्रकार विनीत नारायण पर पलटवार, एनजीटी 2020 के आदेश का हवाला देते हुए विनीत नारायण के खिलाफ केन्द्रीय जांच एजेंसी से जांच कराने की मांग।
ब्रज में संतों व विनीत नारायण के बीच धर्म युद्व छिडा हुआ है। संत समाज जहां योद्वा पत्रकार को भृष्ट व बेईमान साबित कर धर्म विरोधी बताने पर अडा हुआ है। वहीं विनीत नारायण ने भी संतों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए श्रोत मुनि आश्रम में बेठक कर अभद्र भाषा को प्रयोग कर भृष्टाचार के आरोप लगाने पर 3 – 31 लाख के मान हानि के नोटिस भेज दिये। आधा दर्जन से अधिक संत, महात्मा, महामंडलेश्वर व भागवताचार्यों के खिलाफ मानहानि के नोटिस आने से सभी में हडकम्प मच गया।
संतों के बीच बैठकों का दौर चला आगे की रणनीति पर विचार करते हुए आज चम्पत राय की अध्यक्षता में कुछ संत महन्तों ने बैठक की जिस में सभी ने एक राय होकर चतुःसम्प्रदाय श्रीमहन्त के लेटर पैड पर एनजीटी के आदेश 01 जनवरी 2020 के सन्दर्भ का उल्लेख करते हुए लिखा है कि एनजीटी ने आदेश दिया था कि ब्रज फाउंडेशन व विनीत नारायण द्वारा ग्राम जलाशयों को पूरी तरह से नष्ट भृष्ट कर दिया गया है। किसी केन्द्रीय जांच एजेंसी से इनकी जांच कराकर विनीत नारायण व ब्रज फाउंडेशन के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाय। ब्रज के संत महन्तों ने श्रीरामजन्म भूमि न्यास के ट्रस्टी चम्पतराय को गृहमन्त्री अमित शाह के नाम दिये पत्र में ब्रज फाउंडेशन व वीनीत नारायण के विरूद्व सीबीआई जांच की मांग की है।
द ब्रज फ़ाउंडेशन ने किया संतों की माँग का समर्थन
इस सन्दर्भ में कालचक्र के प्रबन्धकीय संम्पादक रजनीश कपूर ने जानकारी देते हुए बताया कि संतों का धन्यवाद ! ये माँग तो हम भी दो वर्षों से लिख लिख कर – कर रहे हैं शासन से कि क्यों दबाए बैठे हो एनजीटी के एप्रिल 2020 के आदेश को । जाँच करवा लो दूध का दूध पानी का पानी सामने आ जाएगा।
अभी पिछले हफ़्ते ही ये माँग हमने दुबारा की है यूपी के नये मुख्य सचिव से। शायद संतों ने पढ़ा नहीं । उसे हमने व्हाट्सएप्प पर भी डाला था। दरअसल वो अंग्रेज़ी में थी तो शायद उनको समझने में दिक़्क़त आई हो। चलो आज हमारा काम आसान कर दिया संतों ने।
दरअसल प्रशासन जाँच इसलिए नहीं करवा रहा क्योंकि जाँच होगी तो इनके द्वारा पहले लगाए सभी आरोप झूठे सिद्ध हो जाएँगे। जैसे इनका आरोप था कि हमने कुंडों का स्वरूप बिगाड़ दिया। तो जब जाँच होगी तो ब्रह्म कुंड वृंदावन की तरह हम हर कुंड की सैंकड़ों फ़ोटो दिखाएँगे कि ये कुंड पहले कैसे थे और हमने कैसे सुंदर बना दिये। इसी तरह इनके सारे आरोप झूठे सिद्ध होंगे इसलिए जाँच करने से बच रहे हैं।