रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम अस्पताल में नर्सिंग की छात्रा ने बुधवार को हॉस्टल के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रबंधतंत्र में हड़कंप मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। छात्रा के चाचा ने वार्डन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। सूचना पाकर परिवार के लोग पहुंच गए।
आगरा की निवासी है छात्रा
आगरा के नगला पदी दयालबाग की रहने वाली रश्मि रामकृष्ण मिशन अस्पताल के निवेदिता नर्सेस हॉस्टल के कमरा नंबर जी-11 में अपनी एक रूम मेट स्वर्ण दीपा दत्ता के साथ रह रही थी। नर्सिंग की द्वितीय वर्ष की छात्रा रश्मि की रूम मेट सुबह पांच बजे उठकर जब अस्पताल जा रही थी तो उसने रश्मि से दरवाजा बंद कराया। स्वर्ण दीपा दत्ता करीब 10 बजे वापस आई और दरवाजा खटखटाया लेकिन काफी देर तक नहीं खुला। उसने कमरे के पीछे बनी खिड़की से देखा तो दंग रह गई। रश्मि फंदे पर झूल रही थी। इसके बाद उसने वार्डन कुसुम को सूचना दी।
अस्पताल प्रबंधन में मचा हड़कंप
रश्मि के आत्महत्या करने की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया। अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा और शव को नीचे उतारकर इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर जब देखा तो पाया कि छात्रा ने पहले हाथ की नस काटने की कोशिश की और फिर फंदा लगा लिया।
30 सितंबर 2019 को रामकृष्ण मिशन अस्पताल के हॉस्टल में रहने आई रश्मि के आत्महत्या किए जाने की जानकारी मिलते ही एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह, सीओ सदर राममोहन शर्मा पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर फोरेंसिक टीम को बुलाकर सुबूत जुटाने शुरू कर दिए। एसपी सिटी ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई होगी।
हड्डी के दर्द से परेशान थी छात्रा
छात्रा रश्मि दो बहन और एक भाई में सबसे बड़ी थी। वह पिछले एक साल से रीढ़ की हड्डी के दर्द से परेशान थी । उसका आगरा के एक चिकित्सक से इलाज भी चल रहा था। लेकिन जब उसे राहत नहीं मिली तो उसने एक महीने पहले दवा खाना छोड़ दिया। बीमारी ही आत्महत्या का कारण माना जा रहा है।
वार्डन पर लगाया प्रताड़ित करने का आरोप
अस्पताल पहुंचे रश्मि के चाचा संजय ने बताया की रविवार को रश्मि का फोन आया था। वह बहुत रो रही थी। रश्मि ने फोन पर बताया कि वह एक बर्गर ज्यादा ले आई है, इस पर वार्डन कुसुम ने उसको बहुत डांटा है। इसके बाद परिजनों ने रश्मि को समझाया और पढ़ाई में मन लगाने को कहा। परिवार का आरोप है कि वार्डन ने रश्मि को टॉर्चर किया, जिसकी बजह से वह डिप्रेशन में आ गयी और आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया।