पांच साल से बन्द है पूर्व माध्यमिक कन्या वि़द्यालय अगरयाला। शिक्षा विभाग सोया है कुम्भकर्णी नींद। योगी जी की बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने की नीति को ठेंगा
पांच साल से बन्द है पूर्व माध्यमिक कन्या वि़द्यालय अगरयाला। शिक्षा विभाग सोया है कुम्भकर्णी नींद।
चौमुहां। विकास खण्ड चौमुहां के गांव अगरयाला का कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिछले पांच साल से बन्द पडा हुआ है। कहने को तो विद्यालय में 50 से अधिक छात्राये पंजीकृत है व दो शिक्षक उन्हे पढाने के लिये लगाये गये है। लेकिन पिछले पांच साल से विद्यालय कागजों पर ही चल रहा है। दोनो ही तैनात शिक्षक घर बैठे तनख्वाह ले रहे है।
नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान अगरयाला रूपसिंह सहित ग्रामीणों का कहना है कि यह बालिका विधालय पिछले पांच साल से बन्द पडा हैं। जिसमें दो शिक्षक रोहिताश सिंह व मंजू राजपूत की तैनाती है जो बालिकाओं के भविष्य के साथ खिलवाड कर रहे है। पिछले पांच साल से विद्यालय बन्द पडा हुआ है। प्रधानाचार्य के कार्यालय में कपास भरी है व बाहर खटिया पडी है। विद्यालय भवन में ग्रामीणों ने अपने पशु बांध रखे हैं। ग्रामीणों ने इस बात की शिकायत कई बार खण्ड शिक्षाधिकारी चौमुहां व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मथुरा से की है मगर शिक्षा विभाग कुम्भकर्णी नींद सोया हुआ है।
ग्राम प्रधान द्वारा विद्यालय मे से अतिक्रमण की शिकायत एसडीएम छाता से की गयी थी। जिसमें एसडीएम के आदेश पर एसओ शेरगढ अतिक्रमण हटाने भी पहुच गये लेकिन शिक्षा विभाग ने अभी तक विद्यालय की सुध नही ली है।
इस सन्दर्भ में खण्ड शिक्षाधिकारी संजय सिंह से बात की तो उन्होने बताया कि उन पर चौमुहां विकास खण्ड का अतिरिक्त चार्ज पिछले एक महीने पहले आया है। इस दौरान अगरयाला मे उनका निरिक्षण नही हो पाया है। विद्यालय में रोहिताश सिंह व मंजू सिंह राजपूत की शिक्षक के रूप में तैनाती है। मंगलवार को निरिक्षण कर विद्यालय की स्थिती का पता लगायेंगे।