जिलाधिकारी मथुरा ने अनुपस्थिति पर चार अधिकारियों का वेतन रोका
जनपद की पांचों तहसीलों में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में लोगों की समस्याओं का निस्तारण कराया गया। छाता में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में अनुपस्थिति पर चार अधिकारियों के वेतन रोकने के आदेश जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने दिए। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि किसानों से जुड़ी समस्याओं को अधिकारी प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित कराएं।
शनिवार को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल और एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर जनशिकायतों की सुनवाई के लिए छाता पहुंचे। यहां उन्होंने छाता तहसील सभागार में जन समस्याओं की सुनवाई की। इस बीच कुल 73 शिकायतें आयी, जिनमें से 7 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण करा दिया गया। सर्वाधिक शिकायतें राजस्व और कानून व्यवस्था की थीं। जन शिकायतों की सुनवाई में लापरवाही के चलते जिलाधिकारी ने चार अधिकारियों के वेतन रोकने के आदेश दिए। उक्त चारों अधिकारी सम्पूर्ण समाधान दिवस में नहीं पहुंचे थे। पीओ डूडा, जिला विकलांग अधिकारी, नलकूप अधिकारी और एक अन्य शामिल हैं। डीएम ने चेतावनी दी कि जनता की, खासकर किसानों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर की जाए। दूसरी ओर तहसील सदर में 54 शिकायतें आयीं, इनमें से 4 का मौके पर निस्तारण करा दिया गया। एसडीएम सदर की अध्यक्षता में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में 50 शिकायतों को जांच के पश्चात कार्रवाई के लिए रखा गया। इसके अलावा महावन तहसील में मुख्य विकास अधिकारी नितिन गौड़ और गोवर्धन तहसील में अपर जिलाधिकारी योगानंद पांडेय की अध्यक्षता में जनशिकायतों की सुनवाई हुई।