कोतवाली छाता के गांव तरौली में रास्ते में खडी गाडी को हटाने को लेकर हुए विवाद में 27 नामजद व 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महेन्द्र पुत्र कारे द्वारा कोतवाली छाता में दर्ज कराई गयी रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि गजेन्द्र पुत्र भजन सिंह सहित 2़6 नामजद व 20-25 अज्ञात लोगांे के साथ एक राय होकर तेजवीर, घनष्याम, देवकुमारी, व देवी सिंह के घरों मे घुसकर तोडफोड व मारपीट की जिसमें देवकुमारी, लता, सावित्री, कारे सहित आधा दर्जन लोग गम्भीर रूप से घायल हो गये थे। जिन्हे चिकित्सीय परिक्षण के लिये भेज दिया गया था।
बुधवार की सुबह मोहन निवासी तरौली जनूबी टाटा मेजिक से आर ओ पानी की सप्लाई कर रहा था। सुबह 8 बजे के करीब मोहन की टाटा मेजिक खराब हो गयी। उसने मेजिक को ठीक करने के लिये अंकित को बुला लिया। अंकित मेजिक को ठीक कर रहा था तभी जगदीष निवासी तरोली सुमाली अपनी बुग्गी लेकर आ गया। गाडी को हटाने को लेकर हुई तू तू मैं मै झगडे में बदल गयी। दौनो पक्षों के लोग आमने सामने आ गये। दौनो तरफ से जमकर लाठी डण्डे चले जिसमें अध्धा पुत्र मनोहरी, एदल, रौतान पुत्रगण अध्धा गम्भीर रूप से घायल हो गये। दौनो ही पक्ष झगडे के बाद कोतवाली छाता पहुचें। पुलिस ने दौनो पक्षों की रिपोर्ट दर्ज कर घायलों केा चिकित्सीय परिक्षण के लिये भेज दिया था।
क्षेत्राधिकारी छाता रविकान्त पाराषर से इस सन्दर्भ में बात की गयी तो उन्होने बताया कि गुरूवार को महेन्द्र पुत्र कारे की षिकायत पर एस सी एसटी एक्ट सहित गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं। जिसमें गजेन्द्र पुत्र भगन सिंह, तेजपाल पुत्र ज्ञान सिह, नटवर पुत्र पूरन, हरिओम पुत्र पूरन, सोनू पुत्र लेखी, गुलाब पुत्र मस्सी, हरिओम पुत्र साधू, पप्पू पुत्र साधू, विष्णु पुत्र तारा, विनोद पुत्र हाकिम, पम्मी पुत्र हाकिम, बीटू पुत्र हाकिम, सतीष पुत्र ज्ञान सिंह, कान्हा पुत्र गज्जों, सोहन सिंह पुत्र थान सिंह, रविन्द्र पुत्र श्रीपाल, नहनू पुत्र श्रीपाल, राजू पुत्र पैम्मों, छोटू पुत्र विजय सिंह, बाॅबी पुत्र सोहन सिह, नरेन्द्र पुत्र सोहन सिंह, राजेष पुत्र धर्मवीर, लोकेष पुत्र धर्मवीर, राकेष पुत्र हुकम सिंह, बदरी पुत्र बच्चू, सुनील पुत्र लेखराज, राघवेन्द्र पुत्र मुरारी निवासी गण तरौली सुमाली व 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिसमें गुरूवार को 5 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। गांव में पूरे मामले पर कडी निगरानी रखी जा रही है। गांव में षांति व्यवस्था बनी हुई।