श्रीधाम वृन्दावन में विप्रो द्वारा वैदिक रीति से श्रावणी कर्म का हुआ आयोजन।
श्रीधाम वृन्दावन में विप्रो द्वारा वैदिक रीति से श्रावणी कर्म का हुआ आयोजन।

सावन की पूर्णिमा को रक्षाबंधन के रूप में मनाया जाता है। वेदों में इस दिन को श्रावणी उपाकर्म, ऋषि पूजन का महत्त्व बताया गया है। 22 अगस्त 2021 को नोकाओ द्वारा सभी विप्र यमुनाजी बिहार घाट पर वृन्दावन में विद्वानों के परम सानिध्य में मंगलमूर्ति आचार्य राजेश पांडेय जी द्वारा अनेकों यज्ञोपवीत धारी सैकड़ो ब्राह्मणों को वेद मंत्रों के द्वारा 10 पदार्थो जिसमें ब्रज रज, गौ दुग्ध, गौ घी, गौ मूत्र, गौ गोबर, गौ पंचगव्य, भस्म, अपामार्ग, कुशा, दूर्वा इत्यादि से स्नानादि कराया, तर्पण इत्यादि किया तद्पश्चात देव पूजन, ऋषि पूजन से आध्यात्मिक शांति प्राप्त की। वर्ष भर में भूलवश दोषों का निवारण । नूतन यज्ञोपवीत पूजन उपरांत धारण का कार्यक्रम किया। इस अवसर पर आचार्य बद्रीश जी, संजीवकृष्ण ठाकुर जी आचार्य समीर शुक्ल, आचार्य वल्लभ जी, पंडित सुधीर शुक्ला, सौरव गौड़, गोपेश गोस्वामी, मुकेश गौतम, आदि वेदपाठी ब्राह्मण, बटुक उपस्थित रहें।