टोक्यो ओलंपिक के 16वें दिन नीरज चोपड़ा ने गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया. नीरज की यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत को पहली बार एथलेटिक्स में ओलंपिक मेडल मिला है. उनके 87.58 मीटर के जैवलिन थ्रो से ज्यादा कोई भी एथलीट नहीं फेंक पाया. पूरे देश को इस युवा से उम्मीद थी कि ये भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतकर लाएगा. नीरज ने भी निराश नहीं किया और भारत को गर्व के क्षण दिए.
कौन है नीरज चौपड़ा
हरियाणा में जन्में नीरज का जन्म पानीपत के खांद्रा गांव में रहने वाले एक किसान परिवार में हुआ. चड़ीगढ़ से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नीरज ने खुद पूरी तरह से जैवलिन को सौंप दिया था. 2016 में पोलैंड में हुए IAAF वर्ल्ड U-20 चैम्पियनशिप में 86.48 मीटर दूर भाला फेंककर उन्होंने सारी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया था. इस टूर्नामेंट में भी वो भारत के लिए गोल्ड जीतकर लाए थे.
इस प्रदर्शन के बाद ही उन्होंने सेना में जूनियर कमिशन्ड ऑफिसर के तौर पर नियुक्ति मिली थी. अपने आगे के सफर में वो 2018 में इंडोनेशिया के जकार्ता में हुए एशियन गेम्स में 88.06 मीटर का थ्रो कर गोल्ड जीता था. टोक्यों ओलंपिक में भी उन्हें गोल्ड का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. दरअसल, उन्होंने 2017 के वर्ल्ड चैम्पियन जोहानेस वेटर को भी पीछे छोड़ा और जैवलिन थ्रो के क्वालिफिकेशन राउंड में पहले नंबर पर रहे थे.
बना दिया रिकॉर्ड
नीरज चोपड़ा के गोल्ड जीतने के बाद अब भारत के पास टोक्यो ओलंपिक 2020 में कुल सात मेडल हैं. भारत ने अभी तक दो सिल्वर, 4 ब्रॉन्ज और 1 गोल्ड मेडल जीते हैं. इसी के साथ भारत ने अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकॉर्ड तोड़ दिया इससे पहले भारत ने लंदन ओलंपिक-2012 में 6 मेडल जीते थे. नीरज चोपड़ा को इस जीत के लिए बधाई!