भाजपा के किशन चौधरी की जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत तय बसपा के मैदान छोड़ने से बने हालात।

मथुरा। जिला पंचायत चुनाव सम्पन्न होने के बाद अध्यक्ष की कुर्सी के लिये सबके अपने अपने दावे थे। बसपा पण्डित श्याम सुंदर शर्मा के नेतृत्व में ताल ठोक रही थी तो भाजपा में किशन चौधरी की दावेदारी के संकेत मिलने लगे थे। रालोद की और से अनूप चौधरी की चर्चाएं थी।
रालोद ने सबसे पहले अपने पत्ते खोलते हुए राजेन्द्र सिकरवार को अपनी ओर से अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया, 20 जून को भाजपा ने भी किशन चौधरी की आधकारिक घोषणा कर दी।
बसपा में अंदरूनी कलह के चलते राजनीति के चाणक्य पण्डित श्याम सुंदर शर्मा ने अध्यक्ष की दावेदारी से अपने पांव खींच लिये।
कहा जा रहा है कि बसपा में एक धड़ा किसी भी सूरत में पण्डित श्याम सुंदर शर्मा को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज नही होने देना चाहता।
कहा जा रहा है कि बसपा से जीत कर आने वाले सदस्य मोटी रकम लेने के लिये बल्लियों उछल रहे थे। एक एक सदस्य के लिए2 करोड़ से ऊपर की बात की जा रही थी। भितरघात की सम्भावना को देखते हुए, पण्डित श्याम सुंदर शर्मा ने हथियार डाल दिये।
अब भाजपा रालोद में सीधे मुकाबले की बात की जा रही है। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखकर लगता है कि भाजपा के किशन चौधरी जीतते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसका मुख्य कारण बसपा सुप्रीमो मायावती का भाजपा के लिये सॉफ्ट कॉर्नर माना जा रहा है।
आठ सदस्य संख्या भाजपा के पास है 3 निर्दलीयों के समर्थन का दावा भाजपा कर रही है। अब उन्हें जीत के लिये मात्र 6 सदस्यों की आवश्यकता है जो बसपा से उन्हें बड़ी आसानी से मिल जाएंगे। बसपा के दोनो धड़े इस समय भाजपा नेताओं के सम्पर्क में है। सम्भावना तो यह व्यक्त की जा रही है कि बसपा के सभी 13 सदस्त भाजपा को समर्थन देंगे। बसपा हाई कमान से भी इसी तरह के संकेत मिलने की राजनैतिक गलियारों में चर्चा है। इस लिये किशन चौधरी की ताजपोशी तय मानी जा रही है।