कोर्ट के आदेश का उल्लंघन: गोवर्धन के मुकुट मुखारबिंद मानसी गंगा मंदिर का ठेका उठाकर दर्शनों के लिए खोला
जनपद मथुरा के गोवर्धन में कोरोना संक्रमण के कारण दानघाटी और मुकुट मुखारबिंद मंदिर जतीपुरा के पट बंद हैं। लेकिन मुकुट मुखारबिंद मानसी गंगा के रिसीवर ने न्यायालय के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए आराध्य प्रभु की सेवा राग भोग आदि का ठेका उठाकर मंदिर को दर्शनों के लिए खोल दिया है।
गोवर्धन के तीनों प्रमुख मंदिरों के संचालन की व्यवस्था न्यायालय और प्रशासन की देखरेख में होती है। यहां दानघाटी और मुकुट मुखारबिंद मानसी गंगा मंदिर की व्यवस्थाओं का संचालन न्यायालय के आदेश पर होता है, जबकि मुखारबिंद मंदिर जतीपुरा की व्यवस्थाओं का संचालन एसडीएम गोवर्धन के अधिकार क्षेत्र में है।
दानघाटी मंदिर और मुखारबिंद मंदिर जतीपुरा के पट आज भी बंद हैं। जबकि मुकुट मुखारबिंद मानसी गंगा मंदिर के रिसीवर रामाकांत गोस्वामी ने न्यायालय व महामारी के नियम कानूनों को ताक पर रख मंदिर में आराध्य प्रभु की सेवा पूजा की ठेका बोली 20 लाख रुपये में उठाकर, मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए हैं।
मंदिर के रिसीवर रमाकांत गोस्वामी पर लग चुके हैं ये आरोप
मुखारबिंद मंदिर में रमाकांत गोस्वामी की रिसीवर पद पर जब से नियुक्ति हुई है, तभी से अनियमितताओं को लेकर मंदिर चर्चाओं में रहा है। उन पर मंदिर के खजाने से करोड़ों रुपये गबन का आरोप है। एसडीएम रिपोर्ट में दोषी पाए जाने के बाद, घोटाले की जांच विशेष जांच दल कर रहा है।
मुकुट मुखारबिंद मानसी गंगा मंदिर प्रबंधक मनुऋषि का कहना है कि मंदिर रिसीवर मंदिर की व्यवस्थाओं के संचालन के लिए स्वतंत्र हैं, मंदिर खोलने व ठेका बोली में न्यायालय व प्रशासन के आदेशों की कोई आवश्यकता नहीं है।