छात्रवृत्ति घोटाला: 8294 छात्रों की देखी जाएगी मार्कशीट, फर्जी छात्रवृत्ति पाने वाले स्कूलों की बढ़ी मुश्किलें,
मथुरा। छात्रवृत्ति घोटाले में शामिल विद्यालय संचालकों की मुश्किलें एक के बाद एक करके बढ़ती जा रही हैं। अभी तक चल रहीं जांच के बाद अब डीएम ने दशमोत्तर छात्रवृत्ति पाने वाले घोटाले की जांच के जद में आए 8294 छात्रों की मार्क शीट की जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए एक समिति तैयार की है, जिसकी जिम्मेदारी डिप्टी कलेक्टर को दी गई है।
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वर्ष 2015-16 से लेकर 2019-20 तक जनपद में निजी आईटीआई शिक्षण संस्थाएं छात्रवृत्ति गबन की दोषी पाई गईं थीं। जिनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। परंतु 152 शिक्षण संस्थाओं के छात्रों की हाईस्कूल बोर्ड की जांच नहीं हो सकी थी। डीएम नवनीत सिंह चहल ने यह जांच अब एक समिति के सुपर्द की है। समिति के अध्यक्ष डिप्टी कलेक्टर संदीप वर्मा, सदस्य जिला समाज कल्याण अधिकारी , जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक रहेंगे। समिति जांच करेगी कि छात्र किस बोर्ड व रोल नंबर क्या है। यूपी या राजस्थान या फिर सीबीएसई आदि बोर्ड द्वारा जारी किया गया था।
विगत वर्षों में इन निजी आईटीआई शिक्षण संस्थाओं के खिलाफ एफआईआर हो चुकी है। इनकी मार्कशीट संबंधी जांच नहीं हो सकी थी। जिसकी जांच अब समिति करेगी।
– रमाशंकर गुप्ता, जिला समाज कल्याण अधिकारी