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उत्तराखंड: CM रावत को केंद्रीय नेतृत्व ने किया दिल्ली तलब, विकल्प को लेकर चर्चा तेज, सतपाल महाराज व अजय भट्ट के नाम की चर्चा

देहरादून. उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra Singh Rawat) दिल्ली पहुंच रहे हैं. उत्तराखंड के 4 मंत्री और 10 विधायक पहले से दिल्ली में मौजूद हैं. मंत्री अरविंद पांडेय, सतपाल महाराज और सुबोध उनियाल (Subodh Uniyal) दिल्ली में मौजूद हैं. इनके अलावा पूर्व सांसद बलराज पासी, विधायक खजान दास, हरबंस कपूर, हरभजन सिंह चीमा भी दिल्ली (Delhi) में डेरा डाले हुए हैं. जबकि आज से संसद सत्र की वजह से मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद अजय भट्ट, अजय टम्टा व अन्य सांसद पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं. अब ऐसे में उत्तराखंड में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है.

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मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, CM त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली आ रहे हैं. वो केंद्रीय नेताओं से मुलाकात करेंगे. इससे पहले केंद्रीय ऑब्जर्वरों ने भाजपा आलाकमान को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने news 18 पर exclusive बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड में चल रही राजनीतिक हलचल की खबरें सही हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली आ रहे हैं, लेकिन उनका ये रूटीन दौरा है. साथ ही उन्होंने कहा कि सीएम रावत ने उत्तराखंड में अच्छा काम किया है और आगे भी करते रहेंगे.

जेपी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे
बता दें कि आज ही सुबह खबर सामने आई थी कि उत्तराखंड भाजपा की कोर ग्रुप की अचानक हुई बैठक और उसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में पार्टी उपाध्यक्ष और महासचिव व राज्य प्रभारी दुष्यंत गौतम की उपस्थिति ने राज्य सरकार में कुछ बड़े परिवर्तन की अटकलों को हवा दे कर प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा दिया है. अलग-अलग हुई बैठकों के बाद दोनों केंद्रीय नेता दिल्ली लौट गए. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी के नेता रमन सिंह और दुष्यंत गौतम विधायकों व सांसदों से हुई बातचीत के बारे में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.गैरसैंण से तत्काल देहरादून बुला लिया गया
प्रदेश इकाई की कोर ग्रुप की यह बैठक पहले से प्रस्तावित नहीं थी और यह ऐसे समय बुलाई गई जब प्रदेश की नई ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में राज्य विधानसभा का महत्वपूर्ण बजट सत्र चल रहा था. बैठक की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को गैरसैंण से तुरंत देहरादून वापस आना पड़ा. आनन- फानन में बजट पारित करा कर सत्र भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया और भाजपा विधायकों को भी गैरसैंण से तत्काल देहरादून बुला लिया गया.

बैठक में हर सदस्य से अलग-अलग बातचीत
वहीं, दो घंटे से भी ज्यादा समय तक चली कोर ग्रुप की बैठक में राज्य सभा सदस्य नरेश बंसल, टिहरी से लोकसभा सदस्य माला राज्यलक्ष्मी शाह, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, नैनीताल से लोकसभा सदस्य अजय भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक सहित पार्टी के प्रदेश संगठन के भी अहम नेता मौजूद रहे. पार्टी सूत्रों ने बताया कि रमन सिंह ने कोर ग्रुप की बैठक में मौजूद हर सदस्य से अलग- अलग बातचीत की. बाद में रमन सिंह मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में भी गए जहां पार्टी के करीब 40 विधायक मौजूद थे. कोर ग्रुप की बैठक के बाद सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय भी गए.

रावत के विकल्प के बारे में भी पूछा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को भी कोर ग्रुप की बैठक में शरीक होना था, लेकिन किसी कारणवश वह नहीं पहुंच पाए. हालांकि, रमन सिंह के दिल्ली लौटने से पहले यहां जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर निशंक ने उनसे मुलाकात की. इतनी तेजी से हुए घटनाक्रम ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें तेज कर दी हैं. ऐसी सुगबुगाहट है कि केंद्रीय नेतृत्व रावत के विकल्पों पर विचार कर रहा है. एक विधायक ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा कि केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने उनसे रावत के विकल्प के बारे में भी पूछा.
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