तौहीन:- राज्यपाल को सरकारी विमान से नीचे उतारा, सरकार की सफाई:- विमान की अनुमति नही दी गयी। इस लिये राज्यपाल को सरकारी विमान से नीचे उतार दिया।
महाराष्ट्र सरकार और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच विवाद एक बार फिर बढ़ गया है। सरकार द्वारा राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को गुरुवार को हवाई यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया गया। इस संबंध में राज्यपाल सचिवालय ने महाराष्ट्र सरकार को दो फरवरी को पत्र लिखा था। इसके बावजूद उन्हें सरकारी विमान से जाने की अनुमति नहीं मिली। गुरुवार को राज्यपाल जब उत्तराखंड जाने के लिए मुंबई हवाईअड्डे पहुंचे तो पायलट ने उड़ान भरने से इनकार कर दिया। इसे लेकर भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि राज्यपाल को विमान से उतार दिया गया। लोग इस सरकार को सत्ता से बाहर करेंगे। इतना ही नहीं, भाजपा नेता ने कहा कि सरकार को राज्यपाल से माफी मांगनी चाहिए।
2 फरवरी को राज्यपाल सचिवालय ने महाराष्ट्र सरकार को लिखा था पत्र
घटना पर महाराष्ट्र के राज्यपाल कार्यालय ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘यात्रा की तैयारी के लिए, राज्यपाल सचिवालय ने महाराष्ट्र सरकार को 2 फरवरी 2021 को पत्र लिखा था, जिसमें राज्यपाल द्वारा सरकारी विमान के उपयोग की अनुमति मांगी गई थी। मुख्यमंत्री कार्यालय को भी सूचित किया गया था। आज राज्यपाल जब भगत सिंह कोश्यारी मुंबई हवाई अड्डे पर पहुंचे और सरकारी विमान में सवार हुए, तो उन्हें सूचित किया गया कि उन्हें विमान के उपयोग की अनुमति नहीं मिली है। फिर तत्काल एक वाणिज्यिक विमान में उनके लिए टिकट बुक किया गया और वह देहरादून के लिए रवाना हो गए।
सरकार को मांगनी चाहिए माफी: सुधीर मुनगंटीवार
भाजपा नेता ने कहा कि यदि राज्यपाल के विमान को सरकार अनुमति देने से मना कर देती है तो यह यह मानहानिकारक है। लोकतंत्र के लिए यह सही नहीं है। अगर सरकार द्वारा ऐसा किया गया है, तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए। दरअसल, राज्यपाल को गुरुवार को राज्य सरकार के विमान के जरिए देहरादून जाना था। जब वे मुंबई हवाई अड्डे पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि उन्हें इस विमान से उड़ान भरने की अनुमति नहीं है। उन्होंने अब देहरादून के लिए एक वाणिज्यिक उड़ान बुक कर ली है।
उत्तराखंड जा रहे थे राज्यपाल कोश्यारी
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के दौरे पर जा रहे थे। वह उस समय सरकारी विमान में थे। हालांकि, ठाकरे सरकार ने राज्यपाल की इस यात्रा को अनुमति नहीं दी थी। हैरानी की बात ये है कि राज्यपाल कोश्यारी को विमान में चढ़ने के बाद पता चला कि उन्हें इससे जाने की अनुमति नहीं है।
ठाकरे सरकार ने रीति-रिवाजों और परंपराओं पर किया हमला: प्रवीण दरेकर
भाजपा नेता प्रवीण दरेकर ने कहा, ‘यह बदला लेने की अधिकता है। मैंने कभी ऐसी प्रतिशोधी सरकार नहीं देखी। राज्यपाल एक संवैधानिक पद है, उसकी गरिमा को बनाए रखना चाहिए। ठाकरे सरकार ने रीति-रिवाजों और परंपराओं पर हमला किया है।’
यह घटना राज्य के लिए एक काला अध्याय: फडणवीस
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। राज्यपाल केवल एक व्यक्ति नहीं है बल्कि एक संवैधानिक पद है। यह घटना राज्य के लिए एक काला अध्याय है।’ उन्होंने कहा कि संविधान में राज्य के प्रमुख राज्यपाल हैं। मुख्यमंत्री के पास कई फाइल गई। जानबूझकर इजाजत नहीं दी गई। राज्यपाल को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया।
जो भी हुआ वह बहुत बुरा हुआः बाला नंदगांवकर
एमएनएस नेता बाला नंदगांवकर जो भी हुआ वह बहुत बुरा हुआ है। महाराष्ट्र ने ऐसा पहले कभी नहीं देखा था। राज्यपाल एक संवैधानिक पद है और उसका सम्मान किया जाना चाहिए। साथ ही राज्यपाल को भी राज्य का सम्मान करना चाहिए। मुख्यमंत्री और राज्यपाल दोनों महत्वपूर्ण पद हैं और उन्हें एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।
निजी कार्यक्रम के लिए सरकार के विमान का लाभ उठाना सही नहींः विनायक राउत
शिवसेना सांसद विनायक राउत ने कहा कि राज्य के बाहर के निजी कार्यक्रम के लिए महाराष्ट्र सरकार के विमान का लाभ उठाना सही नहीं है। राज्यपाल के पास विमान का उपयोग करने की कोई अनुमति नहीं थी, इसलिए उन्हें इस विमान में यात्रा नहीं करनी चाहिए थी। हालांकि उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी ने इसके बारे में राज्यपाल को सुचित नहीं किया उनकी जांच होनी चाहिए।