अमरोहा में महिला सिपाही की हत्या कर कांस्टेबल ने खुद को गोली मारी
उत्तर प्रदेश के गजरौला जिले के सैदनगली थाने की पीआरवी टीम में तैनात सिपाही मनोज कुमार ने गजरौला थाने में तैनात महिला सिपाही मेघा चौधरी के सीने पर गोली मारकर खुद के सीने पर भी गोली चला दी। दोनों को गंभीर हालत में मुरादाबाद के साईं अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां कुछ समय बाद महिला सिपाही की मौत हो गई। पुलिस प्रथमदृ ष्टया प्रेमप्रसंग को वारदात की वजह मान रही है।
यह वारदात रविवार की शाम लगभग 6:15 गजरौला की अवंतिका नगर कॉलोनी में हुई। कॉलोनी में रामपुर में तैनात पुलिसकर्मी नरेंद्र सिंह का मकान है। इस मकान में मुजफ्फरनगर जिले के तितावी गांव की मूल निवासी मेघा चौधरी किराये पर रहती थी। मेघा की तैनाती गजरौला थाने में थी। इसी मकान में एक अन्य महिला सिपाही प्रिया भी रहती है लेकिन दोनों के कमरे अलग-अलग हैं। प्रिया ने गोलियां चलने की आवाज सुनकर गजरौला थाने के इंस्पेक्टर आरपी शर्मा को वारदात की जानकारी दी।
मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर ने बताया कि सैदनगली थाने की पीआरवी टीम में तैनात सिपाही मनोज ढल ने पहले मेघा के सीने पर तमंचे से गोली मारी और फिर खुद के सीने पर भी गोली मार ली। दोनों को गंभीर हालत में गजरौला सीएचसी लाए, वहां के सुझाव पर मुरादाबाद के साईं अस्पताल में लाकर भर्ती कराया गया। साईं अस्पताल के चिकित्सकों ने महिला सिपाही की स्थिति ज्यादा गंभीर बताई। पाही मनोज ढल हरियाणा के कैथल का मूल निवासी बताया जाता है।
पुलिस ने मौके से तमंचा कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। कुछ समय बाद अमरोहा की एसपी सुनीति भी महिला सिपाही के कमरे पर पहुंच गईं। उन्होंने बताया कि दोनों के बीच प्रेमप्रसंग की चर्चा सामने आई है। दोनों 2018 बैच के सिपाही है। गहराई से वजह जानने के लिए मामले की जांच करवाई जा रही है।
गोली मारने से पहले मनोज की मेघा से हुई थी नोकझोंक
महिला सिपाही मेघा चौधरी के किराये के कमरे पर पहुंचे सिपाही मनोज की किसी बात को लेकर मेघा से नोकझोंक हुई थी। मनोज आवेश में आकर तेज आवाज में बोल रहा था। यह जानकारी पुलिस ने इसी भवन में दूसरे कमरे में रहने वाली सिपाही प्रिया के हवाले से दी। तेज आवाज में बोलने और फिर गोली चलने की आवाज सुनकर ही प्रिया मेघा के कमरे की ओर दौड़ी तो दोनों लहूलुहान पड़े थे। ऊपर की मंजिल पर रहने वालीं मकान मालिक की पत्नी आंगनबाड़ी वर्कर सुधा रानी भी गोली की आवाज सुनकर नीचे पहुंचीं। पुलिस ने बताया कि मेघा के सीने पर दायीं ओर गोली लगी थी, जबकि मनोज के सीने पर बाईं तरफ।
दिन का रेस्ट मंजूर था मनोज का
सैदनगली थाने की पीआरवी टीम में तैनात सिपाही मनोज ने शनिवार की रात से रविवार सुबह तक की ड्यूटी की थी। रविवार को दिन का रेस्ट मंजूर होने पर वह बिना किसी को बताए गजरौला पहुंचा था। सैदनगली थानाध्यक्ष राजीव शर्मा ने बताया कि मनोज सैदनगली कस्बे में ही किराये का कमरा लेकर रहता है। मेघा चौधरी की मकान मालकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुधा रानी ने पुलिस को बताया कि कुछ माह पूर्व जब मेघा यहां रहने आई थी तो उसका सामान पहुंचवाने के लिए भी सिपाही मनोज साथ आया था।
एक तरफा प्रेम का परिणाम तो नहीं वारदात
वारदात के पीछे प्रेमप्रसंग की चर्चा को लेकर जांच में जुटी पुलिस यह भी भांपने में लगी है कि कहीं मामला एकतरफा प्रेम का तो नहीं है। 2018 बैच के इन दोनों सिपाहियों की कुछ समय पहले आदमपुर थाने में साथ तैनाती रही थी। चर्चा है कि दोनों में नजदीकी पैदा हुई थी लेकिन बाद में किसी बात पर दूरी बढ़ गई थी। हालांकि प्रेमप्रसंग की बात पर अभी कोई अफसर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।