मथुरा मेंं भारी संख्या में जुटी भीड़ किसानों के भीतर छुपे आक्रोश को प्रदर्शित कर रही थी। किसान नेताओं ने शनिवार को दावा किया कि अधिकाधिक किसान समूह दिल्ली जा रहे हैं और 2 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसान संगठनों और कृषि मजदूरों का रिकार्ड जमावड़ा होगा.
शनिवार को पंजाब के संगरूर और मोहाली में किसानों और कृषि मजदूरों ने किसान आंदोलन के समर्थन में भूख हड़ताल रखी. पंजाब के 14 जिलों में 400 स्थानों पर प्रदर्शनकारी किसानों ने नए कृषि कानूनों का विरोध करते हुए और उन्हें वापस लेने की मांग करते हुए केंद्र के पुतले फूंके. भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्रहान) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने शनिवार के कहा, ‘कई क्षेत्रों से लोग आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली सीमा जा रहे हैं. ’ उन्होंने कहा, ‘कम से कम 700-800 ट्रैक्टरों का हमारा जत्था रविवार को टीकरी बॉर्डर प्रदर्शन स्थल के लिए रवाना हेागा.’
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस की घटना के बाद किसान आंदोलन कमजोर पड़ गया था. गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस के बाद घटनाक्रम अचानक बदल गया. टिकैट के भावुक होने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान उनके समर्थन में सड़क पर आ गए. इसके बाद एक बार फिर किसान आंदोलन पहले की ही तरह तेज हो गया.