छाता (मथुरा)। अगर आपको अपनी आय कम या अधिक करानी हो तो अपने क्षेत्र के लेखपाल की जेब गर्म करो और अपनी जरूरत के हिसाब से आय करा लो, जहां कम आय के प्रमाणपत्र की जरूरत है, वहां के लिए कम आय का प्रमाणपत्र और जहां अधिक आय का प्रमाणपत्र बनवाना है, वहां के लिए अधिक आय का प्रमाणपत्र बनवा सकते हैं, बस जरूरत है कि आप अपने लेखपाल की जेब कितनी गर्म करते हैं।
जी हां ऐसा ही एक मामला छाता तहसील के गांव बदनगढ़ में देखने को मिला है, जिसमें लेखपाल ने छह दिन के भीतर ही आवेदनकर्ता का आय प्रमाणपत्र 80 हजार से घटाकर 45 हजार रुपये सालाना का बना दिया। अधिकारी भी आंख बंद कर बैठे हैं, उन्होंने हस्ताक्षर भी कर दिए।
गांव बदनगढ़ निवासी तीरथराज पुत्र ज्ञान चंद ने आय प्रमाणपत्र बनवाने के लिए जन सुविधा केंद्र पर आवेदन किया था। हल्का लेखपाल ने 21 सितंबर को 80 हजार रुपये वार्षिक का आय प्रमाणपत्र बना दिया। उसके बाद जब आवेदनकर्ता लेखपाल से मिला और उससे कम आय का प्रमाणपत्र बनाने को कहा तो लेखपाल ने अपनी जेब गर्म कर 27 सितंबर को 45000 रुपये वार्षिक आय का दूसरा प्रमाणपत्र जारी कर दिया, जबकि एक बार प्रमाणपत्र जारी होने पर तीन वर्ष तक वह मान्य रहता है।
प्रधान मनोज कुमार ने इसकी शिकायत एसडीएम, तहसीलदार व मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर की गई है। एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य ने बताया कि शिकायत की जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी।